यह जगत दुखों से पूर्ण है श्री कृष्ण सुनो इन तीन बातों को!
यह विश्व तो भीषण पीड़ाओं से भरा हुआ है। हर आत्मा अपने जीवन में भवष्यवाणी करता है कि दुख तो परिहार्य हैं। तथापि, श्री कृष्ण हमें बताते ह�
यह विश्व तो भीषण पीड़ाओं से भरा हुआ है। हर आत्मा अपने जीवन में भवष्यवाणी करता है कि दुख तो परिहार्य हैं। तथापि, श्री कृष्ण हमें बताते ह�